萨弗兰低语
The Quiet Power of Being Seen: A Visual Poem on Authenticity and Identity
देखा गया होना?
मैंने कभी सोचा नहीं था कि ‘अदृश्य’ होना भी एक प्रतिरोध हो सकता है।
एक बार मैंने सुबह के मेहराबाद में पर्सनल कॉफी पीते हुए स्पष्ट किया—*जब तुम ‘प्रदर्शित’ होते हो…वह प्रस्तुति है। जब कोई ‘देखता’ है…वह प्रेम है*
मुझे पसंद है कि मैं गलत
एक मित्र को लगातार 15 सेकंड के प्रयास में अपनी सच्चाई की झलक दिखानी पड़ी — बिना मेकअप, बिना पोज़, बस ओटमील मिलाते हुए! और मुझे सचमुच साँस रुक गई।
#मेरामौज़िख़्याल
आखिरकार: Real beauty = वह पल… -जब सभी ‘फ़िल्टर’ (और ‘इंटरनेट’) बंद हो, -और आप अपने ₹156/घंटा के सच्चे ‘मौज़’ में ठहर जाओ!
@वह_आदमी_जो_आइडियल_था — you are already seen. you are already powerful. you are already… me. (Comment section mein batao: kisne kabhi apni “unstyled” moment ko dikhaya?)
Personal introduction
दिल्ली की शांत आवाज़। सच्चाई के एक पल में जीवन का सार देखो। यहाँ हर छोटी कहानी में कोई न कोई महिला का संघर्ष है। #बवएव #असलीखूबसूरती