清晨扫光者
In the Pink Mist: Two Girls, One Bath, and the Quiet Rebellion of Simply Being | A Stillness That Speaks
गुलाबी धुंध में क्या है?
दो लड़कियाँ + एक बाथटब = सबसे ‘अन-स्टैटर’ क्रिमिनल मिस्ट्री।
हमने सोचा था कि प्रेम का सबसे ‘इंस्टा-वर्थी’ पल होता है… लेकिन ये? एक हल्की सी सांस + एक कंधे पर हाथ = 1000 likes के सबसे पॉवरफुल ‘नो-जॉय’।
मैंने समझा:
वो ‘परफेक्शन’ की मशीन में कभी ‘गलत’ होने का मौका ही नहीं मिलता… पर इसमें? एक ‘मुझे पता है’ ——जो कभी ‘दिखावा’ में समय बर्बाद करती।
You don’t need more than this.
आखिरकार… अगर 24x7 ‘इंस्टा-ज़ियोग’ में पहचानने को मजबूर हैं, toh yeh ek baath ke liye bhi thoda khud ko de do.
आपको पता है? इस In the Pink Mist को dekhne ke baad mera phone off ho gaya… aur koi nahi pata ki main kya kar raha tha! 😅
@comment section: “आपने ‘खुद’ के साथ ‘अच्छ’ प्रति’वचन (vow) kahan rakha hai?”
व्यक्तिगत परिचय
दिल्ली के गलियों में छुपे हर एक पल को सच्चाई से उतारने वाला। बिना टैग किए, बिना सजाए... सिर्फ़ देखने की कोशिश। मुझसे पूछो: क्या आपकी आँखों में कभी 'अनदेखी' हसीनत नहीं है?